आज के ट्रेडिंग डे का प्रमुख सार; वैश्विक संकेत, विदेशी निवेश, डॉलर की भूमिका।
मार्केट का समग्र अवलोकन
1. वैश्विक धारणा और प्रवाह
सोमवार को बाजार सकारात्मक संकेत दे रहे हैं—GIFT Nifty फ्यूचर्स 25,768 पर कारोबार कर रहे थे, जो आज निफ्टी की शुरुआत पिछले बंद से ऊपर की ओर होने का संकेत देते हैं ।
यह प्रक्षेपण वैश्विक बाजारों की मजबूती, डॉलर में नरमी और मध्य-पूर्व में तनाव में कमी के कारण संभव हुआ ।
2. विदेशी निवेशकों की बहाली
पिछले दो दिनों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने लगभग ₹14,000 करोड़ (~$1.6 बिलियन) की भारतीय इक्विटीज खपत की ।
रुपये में 1.3% की मजबूतिंग और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में हल्की गिरावट से भी बाजार को समर्थन मिला ।
---
📊 प्रमुख सूचकांक आज
BSE Sensex: शुक्रवार को 84,058.90 पर बंद, लगभग +303 अंक की तेजी (0.36%) ।
Nifty 50: पिछले सप्ताह +2.93% की तेजी के बाद 25,637.80 पर बंद (+88.8 अंक, +0.35%) ।
बाजार की प्रमुख सेक्टरे—बैंक, मेटल और वित्त—तेजी में रहे; IT सेक्टर में हल्की नरमी रही ।
📰 आज ध्यान में रहने वाले मुख्य विषय
1. देशों के बीच शांति संकेत
मध्य-पूर्व में इजरायल-ईरान के बीच तनाव में कमी की खबर ने जोखिम की भूख बढ़ाई, स्थानीय स्तर पर बैंक्स और मेटल सेक्टर को लाभ हुआ ।
2. डॉलर की कमजोरी
मुकाबले में डॉलर कमजोर होने से सस्ता कच्चा तेल मिलना संभव हुआ → रुपये मजबूत हुए → पूंजी बाजार में सकारात्मक प्रभाव ।
3. अमेरिकी आर्थिक संकेत
1 जुलाई को अमेरिकी अप्रैल/मई रोजगार रिपोर्ट से कोई भी मंदी संकेत मिलने पर अमेरिकी ब्याज दरों में आगे गिरावट का अनुमान है—जिससे उधार खर्च सस्ता हो सकता है ।
4. तकनीकी विश्लेषण – टर्निंग पॉइंट
विश्लेषक हर्षुभ शाह के अनुसार 30 जून और 1–5 जुलाई की अवधि ऐसी प्रक्रियाएं हैं, जिनसे आखिरी दिनों में बड़ी ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन हो सकता है ।
🏦 सेक्टरल मूवमेंट और स्टॉक्स
प्रमुख तेजी में चलने वाले सेक्टर्स
बैंकिंग, मेटल, फाइनेंशियल सर्विसेज, पावर, और तेल एवं गैस सेक्टर प्रमुख रहे ।
IT सेक्टर में ट्रेडिंग में थोड़ी नरमी देखी गई, -0.24% तक नीचे गया ।
आज इन स्टॉक्स पर निगाह
BHEL: आदानी पावर से ₹6500 करोड़ का ऑर्डर मिला ।
ITD Cementation: $67.4 मिलियन का अंतरराष्ट्रीय एक्सपोर्ट-मारिन कॉन्ट्रैक्ट ।
Godrej Properties: पानीपत में 12.5 बिलियन रुपए की रेवेन्यू संबंधी ज़मीन खरीदी ।
Titagarh Rail: पुणे मेट्रो के लिए ₹431 करोड़ का ऑर्डर ।
📉 संभावित सुधार (Correction) – क्या सच में खतरा है?
कुछ विश्लेषकों ने निफ्टी के रेसिस्टेंस लेवल (25,700–25,750) की ओर पहुंचने पर कर्रीक्शन आने की आशंका जताई है ।
नफे बचाने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है, और बाजार में सुधार की संभावना बनी रहेगी जब तक यह टेक्निकल स्तर सुरक्षित नहीं रहता ।
🧭 आगे की राह: जुलाई की रणनीति
1. ट्रेडर:
30 जून मार्केट की दिशा तय करेगा—ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन ।
1–5 जुलाई के दौरान इंट्राडे ट्रेडिंग में सक्रिय होने की सलाह दी जा रही है ।
2. लॉन्ग-टर्म निवेशक:
गुटनवश विदेश निवेश और भारत के मजबूत आर्थिक संकेत लंबे समय तक मददगार हो सकते हैं।
लेकिन अगर निफ्टी 25,700–25,750 को पार नहीं कर पाता, तो छोटे सुधार की संभावना बनी रहेगी।
3. नेतृत्व वाले क्रियान्वयन:
बड़ी कंपनियों ने नए कॉन्ट्रैक्ट और प्रोजेक्ट्स हासिल किए—BHEL, Godrej Properties, Titagarh Rail—जो इनके शेयरों को सपोर्ट कर सकते हैं।
विदेशी निवेश, डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी नीति मेल खाने से सूचनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं।
Also read: 29 जून 2025 का शेयर बाजार: उतार-चढ़ाव भरा दिन, निवेशकों के लिए क्या रहा खास?
2 जुलाई 2025 — राज्यवार गोल्ड रेट, ट्रेंड और निवेश टिप्स